ऐसे ही चलता रहेगा
ये प्रेम प्रलाप
और मेरा विलाप
तुम्हारे होने की पीड़ा
और तुम्हारे ना होने की वेदना
और उस पर मेरा ये सोचना
की तुम को पाकार भी
क्या पाया ?
इस प्रसव यंत्रणा में
भ्रूण भी मैं हूँ
और प्रसूता भी
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