ॐ आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसंपदाम् ।
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम् ॥
आर्तानामार्तिहन्तारं भीतानां भीतिनाशनम् ।
द्विषतां कालदण्डं तं रामचन्द्रं नमाम्यहम् ॥
नमः कोदण्डहस्ताय सन्धीकृतशराय च ।
खण्डिताखिलदैत्याय रामायऽऽपन्निवारिणे ॥
रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे ।
रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः ॥
अग्रतः पृष्ठतश्चैव पार्श्वतश्च महाबलौ ।
आकर्णपूर्णधन्वानौ रक्षेतां रामलक्ष्मणौ ॥
सन्नद्धः कवची खड्गी चापबाणधरो युवा ।
गच्छन ममाग्रतो नित्यं रामः पातु सलक्ष्मणः ॥
अच्युतानन्तगोविन्द नामोच्चारणभेषजात ।
नश्यन्ति सकला रोगास्सत्यं सत्यं वदाम्यहम् ॥
सत्यं सत्यं पुनस्सत्यमुद्धृत्य भुजमुच्यते ।
वेदाच्छास्त्रं परं नास्ति न देवं केशवात्परम् ॥
शरीरे जर्झरीभूते व्याधिग्रस्ते कळेवरे ।
औषधं जाह्नवीतोयं वैद्यो नारायणो हरिः ॥
आलोड्य सर्वशास्त्राणि विचार्य च पुनः पुनः ।
इदमेकं सुनिष्पन्नं ध्येयो नारायणो हरिः ॥
यदक्षरपदभ्रष्टं मात्राहीनं तु यद्भवेत ।
तत्सर्व क्षम्यतां देव नारायण नमोऽस्तु ते ॥
विसर्गबिन्दुमात्राणि पदपादाक्षराणि च ।
न्यूनानि चातिरिक्तानि क्षमस्व पुरुषोत्तम् ॥
Saturday, May 20, 2006
Wednesday, May 10, 2006
nida fazli
कुछ भी ना बचा कहने को हर बात हो गयी
आओ कहीं शराब पीयें रात हो गयी
सूरज को चोंच में लिये मुर्गा खडा रहा
खिड्की के पर्दे खीच दिये रात हो गयी
रस्ते में वो मिला था मैं बच कर गुज़र गया
उसकी फटी कमीज़ मेरे साथ हो गयी
मुद्दत से थी तलाश मिलें , और मिल लिये
दो पल रुके, सलाम हुआ, बात हो गयी
नकशा उठा के कोइ नया शहर ढुंडिये
इस शहर मे तो सबसे मुलाकात हो गयी
आओ कहीं शराब पीयें रात हो गयी
सूरज को चोंच में लिये मुर्गा खडा रहा
खिड्की के पर्दे खीच दिये रात हो गयी
रस्ते में वो मिला था मैं बच कर गुज़र गया
उसकी फटी कमीज़ मेरे साथ हो गयी
मुद्दत से थी तलाश मिलें , और मिल लिये
दो पल रुके, सलाम हुआ, बात हो गयी
नकशा उठा के कोइ नया शहर ढुंडिये
इस शहर मे तो सबसे मुलाकात हो गयी
Wednesday, May 03, 2006
khusro
o ji maula ...
ap laakh silai jaati hai
seenon mein chupai jaati
tauheed ki mai saagar se nahin //tauheed is beleif in one god
aakhon se pilai jaati hai
is talaash o tajussus mein
kho gaya hun main
jo main nahin hun
to kyun hun ?
jo hun? to kya hun main ?
saaki tujhe kasam hai ...janebe amir ki
aahe *man kunto maula
fa ali ali un maula *
ishq kya shai hai
kisi kaamil se poocha chahiye
kis tarah jaata hai dil
ye dil se poocha chahiye
*words of nabi-of special significance*
ap laakh silai jaati hai
seenon mein chupai jaati
tauheed ki mai saagar se nahin //tauheed is beleif in one god
aakhon se pilai jaati hai
is talaash o tajussus mein
kho gaya hun main
jo main nahin hun
to kyun hun ?
jo hun? to kya hun main ?
saaki tujhe kasam hai ...janebe amir ki
aahe *man kunto maula
fa ali ali un maula *
ishq kya shai hai
kisi kaamil se poocha chahiye
kis tarah jaata hai dil
ye dil se poocha chahiye
*words of nabi-of special significance*
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