Sunday, August 31, 2008

Kab ? Kab ? Kab ?

ये जो जल रहा है
भीतर चल रहा है
कब तक जलेगा ?
कब तक चलेगा ?

क्यों हर वक्त
होती है चाहत की
कुछ हो ?

क्या जीवन का होना काफी नही ?
क्या वो "कब" आयेगा ,
जब कुछ होने को बाक़ी नही ?

Monday, August 25, 2008

vichaar

कहने को बहुत कुछ था
फिर भी अनकहा रह गया
अनुभव और ज्ञान के किनारों बीच
जीवन बह गया

समझ ने जो भी समझाया
वो बहुत कम था
हाथ कुछ तो आया फिर भी,
हाथ खाली रह गया
जीवन बह गया

Sunday, August 17, 2008

Bhuvanesh Komkali - Bhajan



What a talent ! Buvanesh is grandson of Kumar Gandharva Ji, one the best voices i have heard!

Smash Hit!

Wednesday, August 06, 2008

Thinking

When you are tired of thinking
understand,
its just one more thought :)